Industrial and Cultural Gauchar Fair : औद्योगिक एवं सांस्कृतिक विकास मेला गौचर की पहली सांस्कृतिक संध्या में हुए कार्यक्रमों में गढ़-कुमाऊं की संस्कृति दिखाई दी। जागर गायिका पद्मश्री बसंती बिष्ट ने मंच पर मां नंदा, भैरव देवता और गढ़ देवी जागरों से गढ़वाल की लोक परंपरा को जीवंत किया। वहीं, कुमाऊंनी लोक गायक जीतेंद्र तोमकियाल और नृत्यांगना श्वेता मेहरा ने संगीत की मधुर धुनों से कुमाऊं की सांस्कृतिक छटा के दर्शन कराए।
स्कूली बच्चों ने हे नंदा हे गौरा, उत्तराखंडी परवासी भै बंधो, की दी प्रस्तुति | Industrial and Cultural Gauchar Fair
स्कूली शिक्षण संस्थाओं के प्रतियोगी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं ने हे नंदा हे गौरा, उत्तराखंडी परवासी भै बंधो, गंगा मातमी माई हर हर गंगे, द्यो लागी ते ऊंचा कैलाशू द्यो आदि गीतों पर लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दीं। इसके बाद जागर गायिका बसंती बिष्ट ने सुफल ह्वेल जाया तुम्हारी जातरा, हिट सुवा कोथिग तेरी झंवरि बाजी छम्म छम्मा, के जागा से आयो न्यूतो आदि कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। कुमाऊंनी गायक जीतेंद्र तोमकियाल ने स्याली घुंघरू बजे दे से कार्यक्रम शुरू किए। इसके बाद उन्होंने संगीता मैं रड़ गयो बांज का पथेलों मांआदि कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
नृत्यांगना श्वेता मेहरा ने हे मधू, क्रीम पौडर घसनि किलै नी, मेरी ढाई हाथे धमेली, मैं पहाड़न मेरा ठुमका पहाड़ी, की प्रस्तुति दी। मेले में छात्रों ने रम्माण मुखौटा नृत्य प्रस्तुत किया जिसे दशकें ने खूब सराहा।
साइबर अपराध से बचाव की जानकारी दी | Industrial and Cultural Gauchar Fair


वहीं गौचर मेले में पुलिस की ओर से शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों को साइबर अपराध, नशे से बचाव एवं महिला संबंधी अपराध रोकने के प्रति जागरूक किया गया।
प्रभारी साइबर सेल चमोली एसआई नवनीत भंडारी एवं उनकी टीम ने लोगों को साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930, आपातकालीन नंबर डायल-112 आदि के बारे में बताया। साथ ही महिलाओं एवं बच्चों को साइबर सुरक्षा संबंधी जागरूकता के पंपलेट किए वितरित।
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