पिछले दो साल से दुनिया कोरोना वायरस का कहर झेल रही है। जैसे ही सब कुछ पटरी पर आता है उससे पहले ही नया वैरिएंट दस्तक दे देता है। अब नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। नीदरलैंड, इजरायल, डेनमार्क और ऑस्ट्रेलिया में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। WHO ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ की कैटेगरी में डाला है। कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद भारत सरकार भी सतर्क हो गई है। डेल्टा के बाद कोरोना का ये नया वैरिएंट सबसे ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट हो चुकी है और एयरपोर्ट एवं रेलवे स्टेशन समेत बॉर्डर पर सख्त जांच की जा रही है और आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी चेक की जा रही है। उत्तराखंड में संक्रमण बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने वायरस के लक्षण वाले सभी मरीजों की आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कर दी है और इसी के साथ एक बार फिर से राज्य के बॉर्डर, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बाजारों में रेंडम कोविड जांच का भी निर्णय लिया गया है।
उत्तराखंड सरकार ने इंटरनेशनल फ्लाइट से उत्तराखंड आने वाले सभी यात्रियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट और कोविड जांच अनिवार्य कर दी है। इसी के साथ ही राज्य सरकार ने बॉर्डर, रेलवे स्टेशन में भी लोगों की जांच का निर्णय लिया है। बता दें कि बीते सोमवार को मुख्यमंत्री धामी की अध्यक्षता में सीएम आवास में उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें राज्य में कोरोना की रोकथाम के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। राज्य में बीते कुछ दिनों से संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और जगह-जगह पर कोरोना बम फूट रहे हैं जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दे दिए हैं।
इसी के साथ मुख्यमंत्री द्वारा डीएम और एसएसपी को भी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस तैनात करने के निर्देश दे दिए हैं। कोरोना प्रोटोकॉल्स का सख्ती से पालन हो इसका ध्यान रखने के निर्देश सीएम धामी ने पुलिस और डीएम को दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह वायरस बाहर से दस्तक दे सकता है ऐसे में एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों की गहन निगरानी एवं जांच के निर्देश उन्होंने दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य है। सीएम आवास में आयोजित हुई बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत, मुख्य स्वास्थ्य सचिव समेत कई अफसर मौजूद रहे।