डीएफओ कर सकते हैं अब फॉरैस्ट गार्ड भर्ती
वन विभाग में फॉरैस्ट गार्ड भर्ती अब फिर पहले की तरह डीएफओ स्तर से हो सकती है। समीक्षा बैठक के बाद वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने प्रमुख वन संरक्षक से यह प्रस्ताव मांगा है। फॉरैस्ट गार्ड भर्ती को लेकर वर्तमान सरकार पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के एक और बड़े फैसले को पलटने की तैयारी कर रही है।
यह बदलाव वन विभाग में फौरेस्ट गार्ड भर्ती को लेकर 2017 में किया गया था। त्रिवेंद्र सरकार ने भर्ती की जिम्मेदारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को दे दी थी। वन विभाग का तर्क है की आयोग से होने वाली भर्ती में काफी लंबा समय लग रहा है। ऐसे में अब फिर भर्ती प्रक्रिया पूर्व की ही भांति डीएफओ और पार्क निदेशकों के स्तरसे करने की योजना बन रही है।
विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान वन मंत्री और विभाग के उच्च अफसरों केबीच यह सहमति बनी है कि डीएफओ स्तर से भर्ती सभी डिवीजन में कराई जाए। वन मंत्री ने विभागीय मुखिया राजीव भरतरी को यह प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए हैं।
लगभग पांच साल से 1218 फॉरेस्ट गार्ड भर्ती नहीं करा पाए तो जंगल और वन्य जीव बचाने में कैसे सफल होंगे। भले पहले डिवीजन स्तर पर कुछ भर्तियों में छोटी मोटी अनियमितताएं सामने आई हों।
लेकिन अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती में भी अनियमितताएं पकड़ी गई हैं आयोग ने लंबा समय लेकर प्रक्रिया पूरी नहीं कराई। इसलिए, तय किया जा रहा है कि डीएफओ स्तर से ही भर्ती कराई जाए। –हरक सिंह रावत, वन मंत्री