शनिवार को राजकीय महाविद्यालय जखोली जनपद रुद्रप्रयाग में शोध एवं विकास नवाचार योजना विषय- बागवानी जैविक कृषि विषय पर हुई एक दिवसीय कार्यशाला में पंजीकृत छात्र छात्राओं को, कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर डॉ देवेश चंद्र जी एवं उनके सहयोगियों द्वारा बागवानी एवं जैविक कृषि के प्रयोगात्मक कार्य के लिए क्षेत्र भ्रमण पर ले जाया गया! इस अवसर पर ग्रामीण सुधार एवं श्रमिक सेवा संस्था ग्राम पोस्ट बूड ना के श्री महावीर सिंह राणा जी ने कार्यक्रम में पंजीकृत छात्र छात्राओं को कुंड हीलाई बागवानी एवं जैविक कृषि उद्यान में भ्रमण कराने के साथ-साथ उनको प्रयोगात्मक गुर भी सिखाए!
इस अवसर पर उद्यान के संरक्षक एवं मुख्य उन्नतशील कृषक श्री महावीर सिंह राणा जी ने छात्र छात्राओं को हिलाई पट्टी में होने वाले बागवानी जैविक कृषि के बारे में विस्तार से प्रयोगात्मक जानकारी प्रदान की और इसके साथ-साथ अपने उद्यान में छात्रों को वाटर हार्वेस्टिंग की विधि से भी परिचित करवाया उन्होंने बताया कि किस प्रकार से बागवानी एवं जैविक कृषि के लिए कंपोस्ट किट में कंपोस्ट खाद तैयार की जाती है और इस खाद को तैयार करके बागवानी एवं जैविक कृषि में प्रयुक्त किया जाता है ।
जिससे इस प्रकार की कृषि को करने से उत्तम कोटि के फल, सब्जियां ,पुष्प एवं जड़ी बूटियों का उत्पादन किया जाता है प्रयोगात्मक जानकारी देते हुए छात्र छात्राओं को उन्होंने नाशपाती के फल का उत्पादन किस प्रकार से होता है ,सेब के पौधों का वृक्षारोपण किस समय किया जाता है उस पर फल कितने समय में आते हैं, कीवी का प्लांट किस प्रकार से तैयार किया जाता है , कीवी की कितने प्रकार की प्रजातियां होती हैं।
उसमें जैविक खाद किस प्रकार से प्रयुक्त की जाती है ,सेब का प्लांट किस प्रकार से तैयार होता है और सेब का प्लांट तैयार होकर केवल कितने समय में देने लगता है ,कलमी पौधा क्या होता है कलमी पौधा किस प्रकार से तैयार किया जाता है।



जैविक आलू की कृषि किस प्रकार से होती है, लहसुन के जैविक उत्पादन के बारे में प्रयोगात्मक जानकारी प्रदान की इसके साथ-साथ उन्होंने वृक्ष मित्र हल योजना के बारे में भी जानकारी प्रदान की! श्री महावीर सिंह राणा जी के साथ साथ वही के उन्नतशील कृषक श्री अनिल सिंह नेगी जी द्वारा भी छात्रों को बागवानी एवं जैविक कृषि का प्रयोगात्मक ज्ञान प्रदान किया।
इसके साथ-साथ वहीं आसपास के उन्नतशील कृष्को को ने भी भी छात्र छात्राओं को अपने अपने अनुभव साझा किए इस अवसर पर कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर डॉ. देवेश चंद्र जी द्वारा भी बच्चों को बागवानी जैविक कृषि के बारे में काफी जानकारी प्रदान की गई महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं रुचि पूर्वक इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ. सुभाष कुमार, डॉ. विकास कुमार शुक्ला जी ने भी इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।