उत्तराखंड : हाइवे पर हुआ भूस्खलन गर्भवती महिलाओं के लिए वीर जवान बने फरिश्ता
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में महीने की शुरुआत से ही भारी बारिश के चलते भूस्खलन का सिलसिला जारी है। ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग भी हाल ही में भूस्खलन की चपेट में आ गया था और भारी मलबा गिरने के कारण ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया था। ऐसे में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि 39 घंटे बाद मंगलवार की शाम को हाईवे को यातायात के लिए खोल दिया गया, लेकिन गर्भवती महिला हाईवे बंद होने के दौरान कई घंटों तक फंसी रही।
कई घंटों तक महिला दर्द से कराहती रही। 38 घंटे के बाद हाईवे पर यातायात सुचारु हुआ, लेकिन महिला की डिलीवरी को देखते हुए पुलिस व एसडीआरएफ की टीम ने गर्भवती महिला को भूस्खलन क्षेत्र से पार कराकर अस्पताल पहुंचाया. महिला ने अस्पताल में स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया और मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। महिला के परिजनों ने पुलिस और एसडीआरएफ टीम का आभार जताया है।
जानकारी के अनुसार ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार की सुबह बारिश के कारण भूस्खलन हो गया और भारी मशक्कत के बाद मंगलवार शाम को इसे यातायात के लिए खोल दिया गया. लेकिन हाईवे बंद होने के दौरान मुखवा गांव की एक महिला प्रसव पीड़ा से यहां कई घंटे तक फंसी रही. बीआरओ की टीम और मशीनें लगातार हाईवे पर आए चट्टानों और मलबे को हटाने के काम में लगी हुई थीं। मंगलवार को काफी मशक्कत के बाद हाईवे को खोला जा सका।
वहीं, सोमवार शाम को ही मुखवा गांव की प्रसूता पीड़िता के परिजन उसे जिला अस्पताल ले जा रहे थे और भूस्खलन के चलते सुनगर के पास हाईवे पर फंस गए. इसकी सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम भटवाड़ी पुलिस के साथ मौके पर पहुंची और भूस्खलन क्षेत्र को पार कर गर्भवती महिला को अस्पताल ले गई. महिला के परिजनों ने एसडीआरएफ और पुलिस का आभार जताया है। महिला को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने वाली एसडीआरएफ टीम की हर कोई तारीफ कर रहा है।