IMA पासिंग आउट परेड 2021: सरहद की निगहबानी के लिए देश को मिले 341 जांबाज
भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार करने के बाद 341 युवा अफसरों की टोली देश पर मर-मिटने की शपथ लेकर आज भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन गई।
ऐतिहासिक चैटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर परेड शुरू हुई। सेना की दक्षिण-पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह ने समीक्षा अधिकारी के रूप में परेड का निरीक्षण किया और पास के जेंटलमैन कैडेट्स से सलामी ली। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार भी परेड का आयोजन सादगी से किया गया।
शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड बारिश के कारण दो घंटे की देरी से शुरू हुई। डिप्टी कमांडेंट जगजीत सिंह ने परेड की सलामी ली। कमांडेंट हरिंदर सिंह ने परेड की सलामी ली। उसके बाद ले. जनरल आरपी सिंह परेड स्थल पहुंचे और परेड की सलामी ली।
पिछली बार की तरह इस बार भी कैडेट्स के परिजन पासिंग आउट परेड नहीं देख सके। परेड के बाद आयोजित झांकी और शपथ समारोह के बाद 425 जेंटलमैन कैडेट लेफ्टिनेंट के रूप में देश-विदेश की सेना का अभिन्न अंग बन गए। इनमें से 341 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय सेना को मिले।
जबकि, 84 युवा सैन्य अधिकारी नौ मित्र देशों जैसे अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, भूटान, मॉरीशस, श्रीलंका, वियतनाम, टोंगा, मालदीव और किर्गिस्तान की सेनाओं का अभिन्न अंग बन गए। इसके बाद देश-विदेश की सेना में 62 हजार 987 युवा सैन्य अधिकारियों को देने का सम्मान देहरादून स्थित प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी के नाम से जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों को मिले 2587 सैन्य अधिकारी शामिल हैं।