पुष्कर धामी के राज्याभिषेक से पहले ही भाजपा में घमासान, सतपाल और हरक सिंह ने खोला मोर्चा
प्रचंड बहुमत और उत्तराखंड की अनुशासित पार्टी कही जाने वाली बीजेपी ने उत्तराखंड बीजेपी में चार साल में राज्य को तीसरा मुख्यमंत्री देने के बाद दिल्ली, देहरादून में भगदड़ शुरू कर दी है. नेतृत्व परिवर्तन अब पार्टी आलाकमान के लिए परेशानी का सबब साबित हो रहा है। एक तरफ उत्तराखंड में राजनीतिक संकट के चलते बीजेपी सोशल मीडिया के दिग्गजों के निशाने पर है. वहीं धामी को प्रदेश की बागडोर सौंपने के बाद करीब दो दर्जन विधायक नाराज बताए जा रहे हैं. 2 बड़े महत्वाकांक्षी नेता जो मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे थे और मुख्यमंत्री बनने के लिए कल इधर-उधर दल बदल रहे थे। धामी को कमान सौंपते ही अपने सपने को चकनाचूर होते देख पार्टी आलाकमान नाराज बताया जा रहा है.
धामी को विधायक दल का नेता चुने हुए अभी कुछ ही घंटे हुए हैं. इन चंद घंटों में ही वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी की खबरें सामने आने लगी हैं। धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से भाजपा के वरिष्ठ मंत्री नाराज हैं और उन्होंने कहा कि नाराज मंत्रियों में सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत शामिल हैं. हालांकि और भी कई मंत्री और विधायक नाराज हैं, लेकिन दोनों की नाराजगी उनके हाव-भाव से भाजपा कार्यालय में ही साफ नजर आ रही थी.
सतपाल महाराज ने सीएम का सपना पूरा करने के लिए ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। लगातार नाम आने के बावजूद पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर का नेता माने जाने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया. उधर हरक सिंह रावत इतने कनिष्ठ विधायक को मुख्यमंत्री बनाए जाने से खफा हैं. सतपाल महाराज की नाराजगी पार्टी कार्यालय में ही दिखाई दे रही थी, जब धामी के नाम की घोषणा हुई, तो उन्होंने अचानक भाजपा कार्यालय छोड़ दिया।
वही हरक सिंह 28 साल की उम्र में विधायक बने और यूपी से लेकर उत्तराखंड तक कई सरकारों में मंत्री रह चुके हैं, इसलिए 2012 में पहली बार विधायक बने धामी उनसे जूनियर हैं, सूत्र बताते हैं कि हरक और सतपाल महाराज को अमित शाह ने फोन किया है और सतपाल महाराज की देर रात दिल्ली जाने की खबरे भी सामने आ रही है। यह सियासी ड्रामा अब क्या मोड़ लेगा, यह देखने वाली बात होगी। अब हरक सिंह और सतपाल महाराज समेत अन्य नेता क्या कदम उठाएंगे, यह देखने वाली बात होगी कि बीजेपी 3 मुख्यमंत्री बनाकर 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी या बाकी का कार्यकाल पूरा करने के लिए कोई और मुख्यमंत्री बनाएगी.