रूद्रप्रयाग । बीते रोज हरियाली खेल महोत्सव में उस वक्त हंगामा हो गया जब क्षेत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी खेल महोत्सव का शुभारंभ करने हरियाली जसौली में पहुंचे थे । बताया जा रहा है हंगामा जीआईसी – चमकोट सवा किलोमीटर मोटर मार्ग निर्माण कार्य ना होने को लेकर हुआ है । हंगामे के बाद लोगों द्वारा विधायक के पोस्टर भी फाड़े गए ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते रोज हरियाली खेल महोत्सव 2021-22 का आयोजन हरियाली जसौली क्षेत्र में नव युवक मंगल दल द्वारा किया गया । महोत्सव का शुभारंभ करने विधायक भरत सिंह चौधरी पहुंचे थे लेकिन इस दौरान ग्वाड के ग्रामीण पूर्व प्रधान नवरतन सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणो का एक शिष्टमंडल जीआईसी – चमकोट सवा किलोमीटर सड़क का निर्माण को लेकर विधायक के पास पहुंचे थे कि इस दौरान पूर्व प्रधान और विधायक के बीच गहमागहमी हो गई । बताया जा रहा है कि विधायक द्वारा पूर्व प्रधान को जेल में डालने तक की धमकी दे दी गई जबकि उन्होंने यह भी कहा कि इस सड़क का निर्माण कभी नहीं होगा और वह इस सड़क का निर्माण होने नहीं देंगे । जिसके बाद भरत सिंह चौधरी वहां से चले गए । बाद में पूर्व प्रधान द्वारा विधायक भरत सिंह चौधरी के पोस्टर भी फाडे गए । मामले की तफ्तीश करने के बाद पता चला कि यह बवाल द्वेष भावना के तहत हुआ है । हालांकि जनप्रतिनिधि होने के नाते विधायक भरत सिंह चौधरी को भी भरी सभा में किसी व्यक्ति को जेल भेजने की बात नहीं कहनी चाहिए थी ।
पूरा मामला राजनीतिक तौर पर देखा जा रहा है । जसौली में खेल महोत्सव का आयोजन क्षेत्र के युवक मंगल दल द्वारा किया गया । समिति से बात करने से पता चला कि विधायक भरत सिंह चौधरी द्वारा इस पूरे आयोजन के लिए 1 लाख रूपये की धनराशि भी दी गई है । जिसमें खेल महोत्सव समिति द्वारा विधायक के पोस्टर यहां लगाए गए हैं । जसौली की प्रधान अर्चना चमोली ने विधायक के पोस्टरों में अपनी फोटो लगाने से मना किया और उन्होंने अपनी फोटो आयोजकों को नहीं दी है । जिसके बाद भी अंदर ही अंदर एक राजनैतिक द्वंद यहां पनप रहा था ।
इस मामले में जसौली की प्रधान अर्चना चमोली ने कहा कि मैं कार्यक्रम में मौजूद नहीं थी किन्तु ग्रामीण बाद में मेरे पास आये थे उन्होंने मुझे पूरी घटना से वाकिफ करवाया । उन्होंने कहा विधायक को जनता ने चुना है उन्हें जनता पर पॉवर नहीं दिखानी चाहिए अगर जनता द्वारा किसी भी तरह की गलती हुई थी तो इस पर संयम बरतते हुए बात की जानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने जनता को जेल में डालने की धमकी और सड़क कभी ना आने देते जैसे शब्दों का अगर प्रयोग किया है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है । उन्होंने कहा जिस सड़क की मांग के लिए ग्रामीण उनके पास गये थे वह ग्वाड़ के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण सड़क है , बीमार बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । जबकि जसौली का आंगनबाड़ी केंद्र भी वह वार्ड में होने के कारण बच्चों को वहां तक जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । लंबे समय से इस सड़क की मांग की जा रही है लेकिन अब तक उसका निर्माण कार्य नहीं हो सका है ।
पूरे मामले में विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा मैंने किसी भी ग्रामीण को किसी भी प्रकार की धमकी नहीं दी है । सड़क को लेकर वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है । एक पूर्व प्रधान है जो काफी आपराधिक प्रवृत्ति का है जिसके द्वारा एक एजेंडे के तहत बदतमीजी की जा रही थी । उन्होंने कहा पूर्व प्रधान ने कई निर्माण कार्यों में गबन किया है जिसको लेकर जेल में भेजने की बात कहीं गई । विधायक ने कहा में जसौली के विकास को लेकर हमेशा कटिबद्ध रहा हूँ । विधायक बनने के बाद से 11 लाख चमकोट जसोली इंटर कॉलेज , 4 लाख पंचायत भवन , करीब 16 लाख सोलर लाइट और दो बार के जसोली मेले में दो – दो लाख दिया गया । उन्होंने कहा कि जसोली गाँव में 35 लाख अब तक विधायक निधि से दे चुका हूँ । ऐसे में कुछ लोगों द्वारा एजेंडे के तहत क्षेत्र के कार्यक्रमों असफल बनाने के लिए काम किया जा रहा है ।