हर चुनाव में बदलती कहानी…कभी अपेक्षा से ज्यादा जीत, कभी अपेक्षाकृत निराशा..ऐसा चुनाव में होता आया है और होता रहेगा। उत्तराखंड की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। पिछली बार बीजेपी की लहर या आंधी ऐसी चली कि हर किसी को अपने बहाव में बहा ले गई। सरकार आई और मुख्यमंत्री भी बदले। कई काम हुए, कई जगह जनता नाराज भी दिखी। अब बारी जनता की है। जनता को तय करना है कि आने वाले चुनाव में किस पार्टी को जीत का हार पहनाएगी और किस पार्टी पर हार का वार होगा। इस चुनावी महासमर के बीच एबीपी सीवोटर द्वारा एक सर्वे करवाया गया है। ये सर्वे कांग्रेस के लिए क्या संदेश लेकर आया है?
उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीटें हैं। एबीपी सी वोटर के सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को 30 से 34 सीटें मिलने का अनुमान है। पिछले चुनाव की बात करें तो कांग्रेस के खाते में महज 11 ही सीट आई थीं। इस बात सीटों में 3 गुना बढ़ोतरी साफ इशारा कर रही है कि जनता इस बार किसी एक पार्टी को बंपर जीत नहीं दिलाएगी।
पिछले चुनाव की बात करें तो कांग्रेस का वोट शेयर 33.5 फीसदी था। लेटेस्ट सर्वे के मुताबिक ये वोट शेयर इस बार बढ़ता दिख रहा है। इस सर्वे के मुताबिक कांग्रेस करीब 36 फीसदी वोट शेयर की हकदार बनती दिख रही है। कुल मिलाकर बीजेपी के सामने बड़ी टक्कर है।