मंत्री सतपाल महाराज ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को बताया कोरोना को जीव कहने वाले दार्शनिक
देहरादून। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत और मंत्रियों के बीच खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बार मंत्री सतपाल महाराज ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत पर निशाना साधते हुए उन्हें ऐसा दार्शनिक बताया, जो कोरोना को जीव कहकर जीने के अधिकार की वकालत करते हैं. इस बयान के बाद विपक्ष में बैठी कांग्रेस बीजेपी के अंदरूनी कलह पर तंज कस रही है.
यह मामला त्रिवेंद्र रावत के दो दिन पहले दिए गए बयान से जुड़ा है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि जिन लोगों को वैक्सीन की डबल डोज मिल गई है, उन्हें चारधाम यात्रा पर आने दिया जाए. पूर्व सीएम के बयान के तुरंत बाद, सरकार के प्रवक्ता, मंत्री सुबोध उनियाल ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वैक्सीन की दोहरी खुराक लगाने वाले लोग स्वयं सुरक्षित हो सकते हैं, लेकिन ये लोग वायरस के वाहक के रूप में कार्य कर सकते हैं। इससे दूसरों की जान को खतरा हो सकता है।
इसलिए यह प्रस्ताव अनुचित है। सोमवार को पूर्व सीएम के इस बयान पर पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि जब चारधाम यात्रा खुलेगी तो वैक्सीन की डबल डोज वाले लोगों को भी आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के बिना अनुमति नहीं दी जाएगी. सतपाल महाराज ने पूर्व सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ दार्शनिक तो यहां तक कहते हैं कि कोरोना वायरस एक जीव है, उसे भी जीने का अधिकार है.
दरअसल, कुछ दिन पहले त्रिवेंद्र रावत ने अपने एक बयान में कोरोना वायरस को एक जीव बताते हुए कहा था कि उन्हें भी जीने का अधिकार है. इससे पहले मंत्री हरक सिंह रावत पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भी खुलकर कमेंट कर चुके हैं.
वहीं दूसरी ओर विपक्षी कांग्रेस इस मामले पर तंज कस रही है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि सत्ता पक्ष के मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच जिस तरह की जुबानी जंग चल रही है, उससे लगता है कि सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है।