बेंगलुरु: बेंगलुरु में शनिवार को अग्निवीर के पहले बैच की पासिंग आउट परेड संपन्न हुई. अग्निवीरों ने अपने प्रशिक्षण के 6 माह पूरे कर लिए हैं व यूनिट में जाने के लिए रेडी हैं. ब्रिगेडियर तेजपाल मान ने कहा कि हमने अग्निवारों व्यापक प्रशिक्षण दिया है. और मुझे यकीन है कि वे देश की सेवा में बहुत अच्छा काम करेंगे.
बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष ‘अग्निपथ योजना’ का ऐलान किया था. इस अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को 4 वर्ष के लिए आर्मी में शामिल होकर देश की सेवा करने का मौका मिलेगा. पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा. चार साल के सेवाकाल के बाद 75% जवानों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी. अधिकतम 25% को रेगुलर कैडर में जगह मिलेगी. इसके लिए सेवाकाल पूरा होने के बाद ऐच्छिक आधार पर रेगुलर काडर के लिए आवेदन करना होगा.
अग्निवीर को पहले साल 30 हजार महीने सैलरी मिलेगी. इसमें से 70 % यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे, जबकि 30 % मतलब 9 हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा हो जाएंगे. इस फंड में इतनी ही राशि सरकार डालेगी. दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी. चार साल में उसकी कुल बचत करीब 5.02 लाख रुपये होगी.
नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी, जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी. ये रकम टैक्स फ्री होगी. सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर आर्थिक मदद का प्रावधान भी है. अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसे सेवा निधि समेत एक करोड़ से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी.