क्षेत्र पंचायत की बीडीसी बैठक में जखोली ब्लॉक का नाम नहीं बदलने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया। त्रिस्तरीय पंचायत सदस्यों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में प्रमुखता से रखा।
कोरोनाकाल के चलते लंबे समय बाद आयोजित बीडीसी बैठक की अध्यक्षता करते हुए ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल ने कहा कि सदस्यों द्वारा सदन में जो भी समस्याएं रखी जाती हैं, विभाग उन पर त्वरित कार्रवाई करें। कहा कि क्षेत्र पंचायत लोकतंत्र की सबसे छोटी संसद होती है, जिसमें ग्राम प्रधान, क्षेपं सदस्य व जिपं सदस्य अपने क्षेत्र की समस्याओं के साथ विकास योजनाओं का प्रस्ताव रखते हैं।
खंड विकास अधिकारी रोशन लाल ने कहा कि कोरोनाकाल के चलते लंबे समय बाद बीडीसी आयोजित की जा रही है। इस मौके पर सदस्यों ने स्वास्थ्य व जलसंस्थान के प्रति रोष जताया। उन्होंने सीएचसी जखोली में खराब पड़ी अल्ट्रासाउंड मशीन व एक्स-रे की मरम्मत नहीं होने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी के स्थानांतरण की मांग की। बांगर व सिलगढ़ के त्रिस्तरीय पंचायत सदस्यों ने लस्तर बांया सिंचाई नहर का 14 वर्ष बाद भी निर्माण न होने व निर्माण सामग्री के जंक से खराब होने की शिकायत की। इस मौके पर क्षेपं सदस्य अजय पुंडीर, ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष देवेंद्र भंडारी, ज्येष्ठ प्रमुख नागेंद्र पंवार, कनिष्ठ प्रमुख कविंद्र सिंधवाल, ग्राम प्रधान कपिल राणा आदि मौजूद थे।