देहरादून: बृहस्पतिबार को ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल बद्रीपुर देहरादून में डॉ शैलेन्द्र ममगाईं जी द्वारा अपने स्वर्गीय पिता हीरामणि ममगाईं जी की स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में उपस्थित हुए. श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म व उनकी लीलाओं की कथा का वर्णन हुआ। इस अवसर पर व्यासपीठ से आचार्य पंडित शिवप्रसाद ममगाईं जी द्वारा कृष्ण जन्म व उनकी बाल लीलाओं का शानदार वर्णन किया गया। भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।
कथा व्यास पं.शिवप्रसाद ममगाईं जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है,तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास जी ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। कहा कि सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। प्रसंग को व्यास जी द्वारा भक्तों को सुन्दर ढंग से वर्णन किया गया।
इस मौके पर आयोजक डॉ शैलेंद्र ममगाईं जी संजय प्रकाश ममगाईं जी ज्योति प्रकाश ममगाईं जी श्रीमती विजय लक्ष्मी ममगाईं ,श्रीमती रजनी ममगाईं ,श्रीमती नेहा ममगाईं ने सभी भक्तों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया है। चौथे दिन कथा में आचार्य देवी प्रसाद गार्गी , मनोज थपलियाल जी, मोहित बडोनी , संदीप डंगवाल , संदीप बहुगुणा ,हिमांशू मैठाणी ,सूरज पाठकजी, सहित पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जून गहरवार जी, देवेंद्र ममगाईं ,वीरेंद्र ममगाईं ,रविन्द्र ममगाईं , दिवाकर ममगाईं ,डॉ प्रकाश ममगाईं जी,राकेश ममगाईं , वीणाधर भट्ट जी , डॉ शैलेंद्र बुटोला जी , देवी प्रसाद जोशी ,विवेक ममगाईं , आशीष ममगाईं,संगीता डोभाल ,पारेश्वर थपलियाल ,हरीश थपलियाल , सुरेन्द्र थपलियाल , जगदंबा चमोली सहित बड़ी संख्या में श्रीमद् भागवत कथा प्रेमियों ने भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनी। ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल ने सभी के सुख, शांति और समृद्धि की कामना मां ज्वाल्पा भवानी से की।