टिहरी : कफल्टा गदेरे में मलबे से बनी झील, बढ़ते खतरे से लोगों डरे
प्रकृति के साथ खिलवाड़ कितना खतरनाक है, यह प्रकृति बार-बार मनुष्य को समझाती रही है। लेकिन इंसान कब समझेगा? इसी बीच टिहरी गढ़वाल से एक बड़ी खबर, कैंपटी-अग्याराना-थेटुड मोटर मार्ग पर कफल्टा गदेरे के पास लगातार भूस्खलन से आसपास के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि कफल्टा गदेरे के पास सड़क पर बने इस भूस्खलन क्षेत्र की शिकायत उन्होंने कई बार पीएमजीएसवाई के अधिकारियों से की, लेकिन अधिकारी मामले को लेकर लापरवाह हैं। इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता जय प्रकाश नौटियाल ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि पीएमजीएसवाई के काम में लोगों ने सड़क का मलबा डंप किया. जिससे गेदेरा में झील बनने लगी।
अब लगातार हो रही बारिश से गादेरे में पानी का बहाव तेज हो रहा है. नई मुश्किल यह बन गई है कि गादेरे में जलजमाव से झील बन गई है। झील में भारी पानी जमा हो रहा है। समय रहते चेतावनी नहीं दी गई तो लीकेज से बाजार, इंटर कॉलेज और लोगों के आवासीय भवनों को नुकसान हो सकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता जय प्रकाश नौटियाल ने मांग की है कि उक्त मलबे को जल्द से जल्द हटाया जाए। गधे में पानी के निरंतर प्रवाह के लिए टोकरे के तार के साथ एक चेक डैम की दीवार का निर्माण किया जाना चाहिए और गधे को खोला जाना चाहिए। वहीं पीएमजीएसवाई के अवर अभियंता का कहना है कि जो पानी गधे में जमा हो रहा है उसे भी समय-समय पर खोला जा रहा है।