रूद्रप्रयाग। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले ही रूद्रप्रयाग से भाजपा विधायक भरत चौधरी को अब अपनी ही पार्टी के अन्दर से चुनौती मिलने लगी है, उनके अपने नेताओं ने ही अब अपने विधायक से किनारा करना शुरू कर दिया है, दिपावली के मौके पर नेताओं द्वारा विधानसभा भर में चिपकाए शुभकामना पोस्टरों में जिले व प्रदेश के तमाम नेता तो हैं लेकिन विधायक भरत चौधरी गायब है ऐसे में साफ है कि अबतक सीटिंग विधायक होने के नाते टिकट को लेकर अपना रास्ता साफ देख रहे विधायक भरत चौधरी को विधानसभा चुनाव से पहले ही घर में ही अपनो से बड़ी चुनौती मिलने लगी है।
जी हां चुनाव से पहले आने वाले त्यौहारों के सीजन में अबतक सीटिंग विधायक होने के नाते भाजपा में अपना टिकट सौ प्रतिशत कन्फर्म मानने वाले भरत चौधरी के लिए ये अच्छी खबर नही है, विधायक चौधरी को एक नही बल्कि भाजपा के तीन तीन नेताओं कमलेश उनियाल, बीर सिंह रावत और बीरेन्द्र बिष्ट से कड़ी चुनौती मिलने लगी है, तीनों नेताओं की संगठन में गहरी पैठ है, और तीनों वर्षो से पार्टी की सेवा कर रहे हैं, वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव में इन नेताओं के पास अवसर था लेकिन तब भाजपा ने कांग्रेस पृष्टभूमि के रहे भरत चौधरी पर दाव खेल अपने नेताओं को दरकिनार कर दिया था, वहीं दीपावली के मौके पर कई नेताओं ने 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर पोस्टरों के जरीए विधायक पर अपने ईरादे भी साफ कर दिए हैं।
सूत्रों को कहना है कि भाजपा विधानसभा चुनाव में इस बार बेहतर परफोमेन्स न दे पाने वाले कई सीटिंग विधायकों के टिकट काट सकती है ऐसे में रूद्रप्रयाग विधानसभा में वर्षो से पार्टी को अपनी सेवाऐं दे रहे कई नेताओं को इस बार हाईकमान से टिकट मिलने की पूरी उम्मीद है। खैर बात पोस्टरों करें तो भाजपा नेता बीर सिंह रावत और भाजपा नेता वीरेन्द्र बिष्ट के शुभकाना पोस्टरों में रूद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी को छोड़ बाकी प्रदेश व जिले के हर कद्दावर नेता की फोटो हैं, ऐसे में साफ है कि टिकट के लिए अब संगठन में वर्षों से काम कर रहे नेता अब विधायक भरत चौधरी से टिकट को लेकर अपने दावे पर दो-दो हाथ के लिए तैयार दिख रहे हैं, ऐसे में विधायक चौधरी की राह इतनी आसान नजर नही आ रही जितनी अबतक लग रही थी, अब देखना होगा कि क्या भाजपा विधायक भरत चौधरी 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले घर मे मिल रही चुनौतियों से पार कर पाते हैं या नही।