प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन से असंतुष्ट भाजपा विधायक आम आदमी पार्टी के संपर्क में हैं। यह दावा आप के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने रविवार को किया। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही भाजपा विधायकों के पार्टी में शामिल होने की खबर देंगे।
रविवार को धर्मपुर स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने कहा कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन से भाजपा के अंदर जिस तरह का असंतोष चल रहा है। उससे भाजपा के कई विधायक आप के संपर्क हैं। पार्टी में शामिल होने वाले भाजपा विधायकों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि 2022 में प्रदेश की राजनीति में नए राजनीतिक समीकरण बन रहे हैं।
राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के लिए सबसे बड़ी दोषी भाजपा है। राज्य की जनता ने 2017 के चुनाव में बीजेपी को पूरा समर्थन दिया था. 57 सीटों पर जबरदस्त जनादेश दिया। पहले ऐसे मुख्यमंत्री लाए गए जो जीरो वर्क वाले थे। चार साल में कोई काम नहीं हुआ। उसके बाद एक ऐसा मुख्यमंत्री लाया जो जीरो विजन वाला था। भाजपा विधायकों में जिस तरह का असंतोष है, उसे लगता है कि चुनाव आने तक चौथा मुख्यमंत्री भी बन सकता है.
न कुर्सी पर कोई बैठा, न दिखी सामाजिक दूरी
जैसे-जैसे राजभवन में शपथ ग्रहण का समय नजदीक आया, भीड़ बढ़ती गई। इस दौरान कोरोना का खौफ हवा में उड़ा। न कोई सोशल डिस्टेंसिंग थी और न ही कोई अन्य एहतियात।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए रविवार को राजभवन में पंडाल सजाया गया। यहां मंच के एक ओर जहां मंत्री बैठे थे, सामने सांसद व अन्य गणमान्य व्यक्ति बैठे थे। इसके पीछे लोगों के किनारे बैठने की व्यवस्था की गई।
शपथ ग्रहण समारोह का समय नजदीक आते ही राजभवन में भीड़ बढ़ने लगी। हालांकि बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन उन पर मंत्रियों और गणमान्य लोगों के अलावा कोई नहीं बैठा।
या तो वह कुर्सियों पर खड़े हो गए या सोशल डिस्टेंस भूल गए और वीडियो बनाने और नारेबाजी करने में लगे रहे। वहीं कार्यकर्ताओं में अपने चहेते सीएम और मंत्रियों को गुलदस्ता देकर उनके साथ फोटो खिंचवाने को लेकर खासा उत्साह देखा गया. पूरे शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कोविड दिशा-निर्देशों की धज्जियां उड़ाते देखा गया.