2022 का चुनावी जंग नजदीक है। बीजेपी ने जहां चुनावी साल के लिए दिसंबर तक के कार्यक्रम तय किए हैं, वहीं आम आदमी पार्टी भी मुफ्त बिजली मुहैया कराने समेत तमाम लोकलुभावन वादे कर लोगों को लुभाने की कोशिश कर रही है. दोनों पार्टियों की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान भी अलर्ट मोड में आ गया है. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से जुड़ी तैयारियों पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी खुद नजर रखे हुए हैं.
राहुल गांधी ने मंगलवार को राज्य से जुड़े कई वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक राहुल ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह से मुलाकात की. बाद में उन्होंने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मुहम्मद निजामुद्दीन और प्रकाश जोशी के साथ अलग-अलग बैठकें कीं। राहुल गांधी ने सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, हरीश रावत, प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, नवप्रभात और भुवन कापड़ी से भी मुलाकात की थी.
इस मुलाकात के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. दरअसल, गणेश गोदियाल, नवप्रभात, भुवन कापड़ी और किशोर उपाध्याय उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष का दावेदार माना जा रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक राहुल गांधी ने तमाम मुद्दों पर उनकी राय जानने के लिए सभी नेताओं से मुलाकात की. साथ ही पूछा कि आगामी चुनाव में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को क्या कदम उठाने चाहिए।
कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी पार्टी की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख माना जा रहा है, हालांकि पूर्व सीएम हरीश रावत के समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करने की पैरवी कर रहे हैं. फिलहाल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का मामला अटका हुआ है. दरअसल, हरीश रावत और प्रीतम सिंह दोनों ही उत्तराखंड कांग्रेस की कमान अपने पास एक नेता लाने की कोशिश में हैं। इस खींचतान में किसकी जीत होगी ये तो वक्त ही बताएगा।