साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तराखंड कांग्रेस फ्रंट फुट पर आ गई है। कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कई मामलों पर राज्य सरकार को घेरा. सोमवार को देहरादून में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अतिथि शिक्षकों और कर्मचारियों को डीए समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरा.
प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल कर्मचारियों के पक्ष में उतरे. उन्होंने कर्मचारियों के जमे हुए डीए को बहाल करने की मांग की। वहीं उपनल, मनरेगा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने पर भी जोर दिया। गोदियाल ने अतिथि शिक्षकों के वेतन न बढ़ने पर भी नाराजगी जताई। कहा कि राज्य सरकार को अतिथि शिक्षकों को स्थायी करने का उपाय खोजना चाहिए.
गणेश गोदियाल ने कहा कि संगठनात्मक जिला इकाई कोटद्वार की ब्लाक कमेटी दुगड्डा, ब्लाक कमेटी द्वारीखाल व ब्लाक कमेटी यमकेश्वर की संगठनात्मक इकाई की समीक्षा के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दुगड्डा ब्लाक में पूर्व प्रमुख पोखड़ा सुरेंद्र सिंह रावत, द्वारीखाल ब्लाक में जसवीर राणा और यमकेश्वर ब्लाक में धीरेंद्र सिंह नेगी को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने सभी पर्यवेक्षकों से स्थानीय वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद संगठनात्मक समीक्षा की गोपनीय रिपोर्ट एक हफ्ते के भीतर तलब की है।
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के इस कदम के विरोध में पार्टी के भीतर दूसरा धड़ा सक्रिय हो गया है। सोशल मीडिया पर इस धड़े से जुड़े नेताओं ने पार्टी में निष्कासितों की एंट्री को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है।