उत्तराखंड में कम संक्रमित इलाकों में बाजार खोलने की तैयारी की जा रही है, लेकिन राज्य सरकार यह फैसला जिलाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर ही लेगी। मुख्यमंत्री के मुताबिक वे गुरुवार को एक बार फिर जिलाधिकारियों से चर्चा करेंगे और उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने बुधवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की। कौशिक ने मुख्यमंत्री से बाजार खोलने की गुहार लगाई थी। उन्होंने कहा कि राज्य में कई इलाकों में कोरोना संक्रमण कम हुआ है, ऐसे इलाकों में दुकानों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। व्यापारियों से जुड़े संगठन ने मुख्यमंत्री से दुकानें खोलने का अनुरोध भी किया था। इस बीच केंद्र सरकार ने पांच फीसदी से कम वाले जिलों में भी अनलॉक की अनुमति दे दी है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर कम होने और कारोबारियों व व्यापारियों को और अधिक नुकसान से बचाने के लिए राज्य सरकार अब कोविड कर्फ्यू में और अधिक ढील देने के लिए गंभीरता से विचार कर रही है। लेकिन वह जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहती हैं। अब भी कोविड के करीब एक हजार नए संक्रमित लोग आ रहे हैं। ऐसे में सरकार जिलाधिकारियों से जमीनी स्थिति की जानकारी लेने के बाद ही इसमें ढील देने पर विचार कर रही है।
राज्य के चंपावत, बागेश्वर और हरिद्वार में कोरोना संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से कम है। हरिद्वार में सबसे कम 2.91 फीसदी, चंपावत में 4.78 और बागेश्वर में 3.99 फीसदी है। देहरादून में संक्रमण दर 5.35 प्रतिशत है। बाकी जिलों में संक्रमण दर पांच से ज्यादा है।
चरणबद्ध तरीके से अनलॉक किया जाएगा
राज्य सरकार एक साथ अनलॉक नहीं करेगी, बल्कि संक्रमण दर के हिसाब से बाजार और अन्य पाबंदियां खोलेगी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार, चंपावत और बागेश्वर में अनलॉकिंग की जा सकेगी।
मैंने आज जिलाधिकारियों से बाजार खुलने को लेकर बात की. उनसे उनके जिलों में कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी ली। उनकी रिपोर्ट के आधार पर सरकार फैसला लेगी। जहां संक्रमण दर कम है, वहां इसे चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। गुरुवार को एक बार फिर जिलाधिकारी से बात करूंगा.
तीरथ सिंह रावत, मुख्यमंत्री