उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में घने देवदार और ओक के जगंलो के बीच स्थित है यह रहस्यमय कसार देवी मंदिर.
वैज्ञानिको के रिर्सच के बाद पता चला .यहां पर मौजूद है चुंबकीय शक्तियों जो करती है अपनी ओर आकर्षित.
पर्यावरणविद डॉक्टर अजय रावत ने भी लंबे समय तक इस पर कि थी रिसर्च. उनका कहना है कि कसार देवी मंदिर के आसपास वाला पूरा क्षेत्र वैन एलेन बेल्ट है, जहां धरती के अंदर विशाल भू-चुंबकीय पिड़ है.
यह मंदिर देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय है. विदेशी पर्यटकों का भी यही कहना है कि कसार देवी मंदिर के आसपास की जगहों में धरती के अंदर Giant Geomagnetic field है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता कात्यायनी इस मंदिर में साक्षात अवरित हुई थी. इसलिए यहां पर आलोकिक शक्तियां मौजूद है.
कसार देवी मदिर लोगों में इतना लोकप्रिय है कि यहां बॉब डायलन, जॉर्ज हैरिसन, कैट स्टीवंस, एलन गिन्सबर्ग और टिमोथी लेरी जैसे कुछ प्रसिद्ध विदेशी व्यक्ति भी यहां आए थे।
कसार देवी मंदिर में दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते है. कसार देवी मंदिर का स्वामी विवेकानंद से गहरा नाता है साल 1890 में स्वामी विवेकानंद यहां ध्यान के लिए आए थे.
स्वामी विवेकानंद को ये जगह इतनी पसंद आई थी कि उन्होंने अपने लेखन में इसका जिक्र भी किया है। यहां एक जगह पर स्वामी विवेकानंद की गुफा भी है जहां उन्होंने ध्यान किया था. लोग अक्सर इस गुफा में ध्यान करने आते है.
कसार देवी मंदिर की आसपास की जगहें योग और मेडिटेशन के लिए बहुत खास है, इस जगह में इतनी शांति है कि यहां की शांति, हरियाली और नजारे आपको यकीनन मंत्रमुग्ध कर देंगे.
कसार देवी बिनसर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के पास है, यहां आप हर प्रजाति के पक्षियों को भी देख सकते है.