भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के चौथे दिन शुभमन गिल के कैच को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। कैमरून ग्रीन ने स्लिप में जिस तरह से शुभमन गिल का कैच लपका उससे क्रिकेट बिरादरी दो भागों में बंटा हुआ है। शुभमन के उस कैच को लेकर कुछ का ये मानना है कि उन्हें गलत आउट दिया गया, लेकिन कुछ उसे सही मान रहे हैं। ऐसे में अब यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिरी आईसीसी के द्वारा बनाए कैच के नियम क्या कहते हैं।
मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब यानी MCC क्रिकेट से जुड़ी नियम को तय करती है। MCC ने कैच को लेकर भी नियम बनाए हैं। MCC के नियम के तहत एक कैच को तभी लीगल माना जा सकता है जब पूरी तरह से कोई फील्डर बिना ग्राउंड को टच किए हुए पूरे कंट्रोल के साथ गेंद को अपने शरीर के किसी भी हिस्से रोके। ऐसा बाउंड्री के अंदर होना चाहिए।
इसी नियम में आगे बताया गया है कि अगर गेंद फील्डर के हाथों में है और उसका हाथ भले ही जमीन से छू रहा हो, या गेंद शरीर के किसी भी हिस्से से चिपकी हो या किसी प्रोटेक्टिव गियर में ही क्यों ने फंसी हो, इसे कैच माना जाएगा और ऐसी स्थिति में बल्लेबाज को पवेलियन लौटना होगा। नियम के मुताबिक कैच तब पूरा होगा जब गेंद फील्डर के हाथ में होगी और तब खत्म मानी जाएगी जब फील्डर गेंद और अपने मूवमेंट पर पूरी तरह से नियंत्रण हासिल कर लेगा।
ग्रीन के कैच पर क्यों है विवाद?
WTC फाइनल के चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 444 रनों का लक्ष्य दिया। रोहित शर्मा के साथ मिलकर शुभमन गिल ने टीम इंडिया के लिए सधी हुई शुरुआत की लेकिन स्कॉट बोलैंड की बाहर जाती गेंद पर शुभमन ने अपना बल्ला अड़ा दिया। ऐसे में गेंद स्लिप में खड़े कैमरून के पास चली गई। कैमरून ग्रीन ने अपनी बाईं ओर झुकते हुए एक हाथ से गेंद को लपक लिया लेकिन शुभमन को लगा कि गेंद ग्राउंड से टच कर गई है।
ऐसे में यह मामला थर्ड अंपायर के पास चली गई। थर्ड अंपायर ने वीडियो रिप्ले में कई बार अलग-अलग एंगल से उस फुटेज को देखा लेकिन थर्ड अंपायर को ऐसा नहीं लगा कि गेंद ग्राउंड से टच नहीं हुई है लेकिन रिप्ले में ग्रीन ने की उंगली जरूर गेंद के नीच दिख रही थी। हालांकि ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह ग्राउंड से टच कर रही है। यही कारण है कि कैमरून ग्रीन के इस कैच को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।