देहरादून के नालापानी क्षेत्र में खलंगा का जंगल एक बार फिर चर्चा में है। पिछले साल पेड़ कटान विवाद के बाद अब यहां वन भूमि पर भू माफियाओं की नजर है। आलम ये है कि वन विभाग की करीब 40 बीघा जमीन को अपना बताकर निजी लोगों द्वारा यहां तारबाड़ करके गेट लगा दिया गया है। हालांकि वन विभाग ने कहा है कि सूचना मिलने पर यह गेट हटा दिया गया है और राजस्व विभाग के साथ समन्वय करके जांच की जा रही है
बताया जा रहा है कि खलंगा मार्ग पर हल्दूआम के पास स्थित 40 बीघा संरक्षित वन क्षेत्र में हरियाणा के एक व्यक्ति ने तारबाड़ कर गेट लगा दिया है। इससे चार से पांच हजार वर्ष पुराने पेड़ों के लिए खतरा पैदा हो रहा है। तारबाड़ करा रहे शख्स के मुताबिक उसने ये जमीन ऋषिकेश से लीज पर ली है। बताया जा रहा है कि यहां कैंपिंग की योजना है
इस घटना का सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है एक महिला के सवाल उठाने पर वहां मौजूद शख्स कहता है कि वह ठेकेदार है और ऋषिकेश का अशोक अग्रवाल आरक्षित वन में 40 बीघा ज़मीन का मालिक हैं। वीडियो में एक बड़ा गेट भी दिख रहा है जो वन भूमि पर लगाया गया है
*कल दिनांक 13/06/2025 को सोसियल मीडिया फेसबुक के माध्यम से प्राधिकरण को प्राप्त जानकारी के अनुसार खलंगा जो कि वैदिक साधना आश्रम तपोवन व सुदर्शन वाटिका के मध्य का है स्थल पर गेट लगा कर लोहे के ऐंगल खड़े किए जा रहे है
उक्त प्रकरण पर कार्यवाही किये जाने हेतु आज प्रातः प्राधिकरण टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया जिसमें पाया गया कि वर्तमान में स्थल पर *किसी प्रकार की प्लॉटिंग का कार्य नही किया जा रहा है* इस सम्बंध में स्थानीय राजस्व व वन विभाग के संबंधित अधिकारियों को उपरोक्त के सम्बंध में अवगत करा दिया गया है जिस पर वन विभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि उक्त स्थल का राजस्व व वन विभाग का संयुक्त निरीक्षण प्रस्तावित है ।