गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग कुंड-सेमी-भैंसारी से कालीमठ मार्ग तिराहा तक सुधारीकरण कार्य के चलते एक माह तक बंद रहेगा। इस दौरान रुद्रप्रयाग से केदारघाटी जाने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्ग कुंड-चुन्नी बैंड-विद्यापीठ-कालीमठ से संचालित किया जाएगा। उप जिलाधिकारी ने आदेश जारी कर एनएच को तत्काल प्रभाव से यह व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं।
जून 2013 की आपदा से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे कुंड से सेमी-भैंसारी तक भू-धंसाव जोन में है। बीते एक दशक में यहां पर सुरक्षा कार्य के नाम पर अरबों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। लेकिन, हालात जस के तस हैं। पिछले साल से प्रभावित क्षेत्र का तकनीक से ट्रीटमेंट किया जा रहा है। भू-धंसाव जोन में पांच किमी सड़क को सीसी किया जाना है। साथ ही निकास नाली बनाई जा रही है। यह पूरा क्षेत्र काफी संकरा है, जिस कारण सुधारीकरण कार्य के चलते आए दिन जाम लग रहा है। ऐसे में प्रशासन ने हाईवे सुधारीकरण कार्य को बिना किसी परेशानी के पूरा कराने के लिए एक माह तक पांच किमी क्षेत्र में यातायात को पूर्णरूप से प्रतिबंधित कर दिया है।
एसडीएम अनील कुमार शुक्ला ने बताया कि हाईवे पर कुंड से सेमी-भैंसारी तक सुधारीकरण के साथ ही कुंड-काकड़ागाड़ बाईपास निर्माण के चलते 13 फरवरी से 12 मार्च तक रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय रजमार्ग कुंड पुल से कालीमठ गेट तक यातायात के लिए प्रतिबंधित किया गया है। वाहनों के आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग कालीमठ-विद्यापीठ-चुन्नी-कुण्ड मोटर मार्ग का प्रयोग किया जाएगा।