रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशी: उत्तराखंड चारधाम यात्रा अपने चरम पर चल रही है. चारों धामों के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो, इसको लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं. इसी क्रम में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन केदारनाथ धाम पहुंचे, जहां उन्होंने बाबा केदार के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया. इसके बाद उन्होंने जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं और व्यवस्थाओं की जिलाधिकारी समेत पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक कर जानकारी ली.
अपर मुख्य सचिव ने मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश: अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने बताया कि दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो, इसलिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव सीतापुर और सोनप्रयाग आदि स्थानों पर पार्किंग फुल हो जाती है, ऐसे में यात्रियों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर रोकने और उनके लिए ठहरने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं.
यमुनोत्री में कारोबारियों ने दिया धरना: यमुनोत्री धाम के अंतिम पड़ाव जानकीचट्टी में लचर यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर कारोबारियों ने यमुनोत्री धाम से धारा 144 हटाने, ऑफलाइन पंजीकरण शुरू करने और गेट सिस्टम बंद करने सहित अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. साथ ही उप जिलाधिकारी बड़कोट के माध्यम से मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई.
कारोबारी बोले व्यापार हो रहा चौपट: कारोबारियों ने आरोप लगाया कि श्रद्धालुओं को जगह-जगह रोककर अनावश्यक रुप से परेशान किया जा रहा है, जबकि जानकीचट्टी में बस पार्किंग में सन्नाटा पसरा हुआ है. यात्रा सीजन में ही होटल व्यापारियों से लेकर घोड़ा-खच्चर व डंडी-कंडी संचालकों को रोजगार मिलता है, लेकिन यहां शासन-प्रशासन के यात्रा व्यवस्थाओं पर ध्यान देने की बजाए तुगलकी फरमान सुनाए जाने से कारोबारियों का व्यापार चौपट हो गया है.
उत्तरकाशी डीएम ने रानाचट्टी का किया निरीक्षण: उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने रविवार को रानाचट्टी, हनुमानचट्टी और जानकीचट्टी क्षेत्र में यात्रा व्यवस्थाओं की मौके पर जाकर पड़ताल की. साथ ही हनुमानचट्टी में जिला पंचायत और जल संस्थान के अधिकारियों की बैठक लेकर यात्रा से जुड़े इंतजामों को बनाए रखने के निर्देश दिए. इस मौके पर जिलाधिकारी ने घोड़े-खच्चरों व डंडी के संचालन के लिए तय की गई रोटेशन व्यवस्था व प्रीपेड व्यवस्था का पूरी तरह से अनुपालन किए जाने के भी निर्देश दिए.