पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल सीट आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में सबसे हॉट सीट बन गई है।
Lok Sabha elections 2024 hot seat Pauri Garhwal
भौगोलिक दृष्टि से पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट नरेंद्रनगर से लेकर रामनगर विधानसभा तक है, इसके अलावा देवप्रयाग से लेकर चमोली विधानसभा तक पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट का दायरा है। ऐसे में इस सीट पर सभी प्रत्याशियों को काफी मेहनत की आवश्यकता होती है। BPJ प्रत्याशी अनिल बलूनी और कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल दोनों ही अपनी-अपनी पार्टी के जाने माने नाम हैं। भाजपा के अनिल बलूनी दिल्ली में रहकर राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
PM मोदी के चहेते हैं अनिल बलूनी
अनिल बलूनी की गिनती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबियों में होती है। जिस वजह से इस सीट पर दोनों की नजर भी रहेगी। गढ़वाल के स्थानीय लोक पर्व ईगास को राष्ट्रीय पहचान दिलाना, उत्तराखंड में रेल पर्यटन के लिए किये काम और पौड़ी गढ़वाल में बतौर राज्यसभा के सदस्य के तौर पर किए गए एडवांस तारामंडल जैसे कार्य अनिल बलूनी की सबसे बड़ी ताकत बताई जा रही है। गणेश गोदियाल के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी, अनिल बलूनी को दिल्ली वाला बताकर बाहरी और स्थानीय का कार्ड खेलने का प्रयास कर रही है।
निशंक को पटखनी दे चुके हैं गोदियाल
गणेश गोदियाल ने विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक को शिकस्त दी थी, जिस कारण वो उत्तराखंड की राजनीति में चर्चा का विषय बने रहे। पिछले चुनाव में गणेश गोदियाल पौड़ी के राठ क्षेत्र से लेकर पूरे पौड़ी और श्रीनगर गढ़वाल तक अपनी अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहे। गणेश गोदियाल इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
दोनों ब्राह्मण चेहरे
गोदियाल वर्तमान में हरीश रावत के करीबियों में शामिल नेता हैं, इससे पहले गोदियाल सतपाल महाराज के भी करीबी माने जाते रहे। लोकसभा चुनाव 2024 में एक खास बात ये है कि बीजेपी प्रत्याशी अनिल बलूनी और कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल दोनों ब्राह्मण चेहरे हैं। ऐसे में जातिवाद कितना रहेगा ये भी देखने वाली बात होगी।
अंकिता भंडारी केस
इसके साथ ही पौड़ी जिले में अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला भी गरमाया हुआ है, जिसमें अंकिता भंडारी की माँ ने भी खुद चुनाव लड़ने की बात कही है। पौड़ी गढ़वाल सीट पर अंकिता भंडारी केस को लेकर भी सियासत इस समय गरमाई हुई है। जो कि BJP पार्टी के लिए चुनाव में मुश्किलें खड़ी कर सकता है। जबकि कांग्रेस और गणेश गोदियाल लगातार अंकिता के माता पिता और परिजनों के साथ खड़े होकर राज्य में न्याय यात्रा भी निकाल चुके हैं।