श्रीनगरः हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर में अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक प्रतियोगिता का रंगारंग आगाज हुआ. गुरुवार को कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने हिमालय पुत्र हेमवती नंदन बहुगुणा को नमन करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का इतिहास संघर्षों से भरा है. यहां के लोग पहाड़ की तरह मजबूत होते हैं.
सुबोध उनियाल ने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा से सबको प्रेरणा लेनी चाहिए और सकारात्मकता, रचनात्मकता के साथ अपने लक्ष्यों और उद्देश्य की प्राप्ति करनी चाहिए. उन्होंने छात्रों से कहा कि जीवन आगे बढ़ने के लिए हमेशा बड़े सपने देखने की जरूरत है. समारोह में गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि विद्यार्थियों का समन्वय और सहयोग हर कार्य के लिए जरूरी है और विश्वविद्यालय एक परिवार की तरह मिलकर हर दिशा में तरक्की कर रहा है. उन्होंने कहा कि आज विवि के छात्र-छात्राएं भारत सरकार के युवा संगम जैसे अलग-अलग कार्यक्रमों के भागीदार बन रहे हैं. इससे छात्र-छात्राओं का शैक्षणिक स्तर पर ही नहीं बल्कि पूरे व्यक्तित्व का विकास हो रहा है.
गढ़वाल विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी ने कहा कि विश्वविद्यालय सांस्कृतिक और शैक्षणिक रूप से छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ने का मौका दे रहा है. इस दौरान राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. संजय पांडे और डॉ. लता तिवारी पांडे को मंच पर सम्मानित किया गया.
सांस्कृतिक झांकियों में बीजीआर परिसर ने मारी बाजी: गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर में अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक प्रतियोगिता समारोह में गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिड़ला, एसआरटी परिसर टिहरी, बीजीआर परिसर पौड़ी समेत संबद्ध महाविद्यालय डीएवी देहरादून और डीबीएस देहरादून के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर रहे हैं. कार्यक्रम के उद्घाटन से पूर्व विभिन्न संस्थानों से भाग ले रहे प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक झांकी की प्रस्तुति दी.
सांस्कृतिक झांकी श्रीनगर के रामलीला मैदान से मुख्य बाजार होते हुए बिड़ला परिसर के मुख्य प्रांगण तक निकली. जिसे अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी और रंगकर्मी प्रो. डीआर पुरोहित ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सांस्कृतिक झांकियों में बीजीआर परिसर पौड़ी ने प्रथम, एसआरटी परिसर टिहरी ने द्वितीय तथा डीबीएस कॉलेज देहरादून तृतीय स्थान प्राप्त किया.